खंडवा कि खास खबर

 


काेराेनावायरस की राेकथाम के लिए जिला प्रशासन ने सोमवार देर शाम 26 मार्च तक जिले में लॉकडाउन के आदेश जारी किए। मंगलवार सुबह पुलिस ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी। शहरभर में घूम-घूमकर लोगों को घरों में रहने के लिए मुनादी करवाई। इस दौरान जो बेवजह घूमता मिला उस पर सख्ती बरती गई। उधर, पंधाना रोड स्थित सब्जी मंडी में भी बड़ी लापरवाही देखने को मिली। यहां मंगलवार सुबह बड़ी संख्या में किसान और व्यापारियों की भीड़ लगी रही। शहर बंद कराने निकले अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीमा अलावा, अपर कलेक्टर नंदा भलावे, नगर पुलिस अधीक्षक ललित गठरे ने संक्रमण से बचाव के लिए भीड़ नहीं लगाने की अपील की।


लॉकडाउन के दौरान अस्पताल, मेडिकल स्टोर, किराना, पानी, टेलीफोन, गैस एजेंसियां, दूध, सब्जी सहित अन्य जरूरी सेवाएं चालू रखी गई हैं। पेट्रोल पंप खुले हैं, लेकिन इन पर सीमित संख्या में कर्मचारी काम कर रहे हैं। एसपी डॉ. शिवदयाल सिंह ने कहा कि जिले की सभी सीमाएं सील कर दी गई हैं। अगर कोई बाहरी व्यक्ति जिले में आता है तो चेक पाइंट पर उसे कारण बताना होगा। उसके स्वास्थ्य चेकअप के बाद ही जिले में प्रवेश दिया जाएगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी द्वारा जारी निर्देश पर संबंधित व्यक्ति या लोगों के समूह व परिवार को अनिवार्य रूप से पालन करना होगा। ऐसा न करने पर आईपीसी की धारा 269, 270, 271 के तहत प्रकरण दर्ज किया जाएगा। छह माह की जेल या जुर्माने से दंडित किया जाएगा।


दुकानों पर उमड़ी भीड़, व्यापारी बोले- लॉकडाउन के लिए हम तैयार
इधर, आसपास के शहराें में लाॅकडाउन किए जाने की खबरें सुन शहर के लाेगाें ने भी साेमवार दिनभर खरीदी की। किराना दुकानाें में भीड़ बढ़ती देख कुछ दुकानदारों ने आधे शटर गिरा लिए। वहीं, व्यापारियाें के साथ ही अाम लाेग भी स्वेच्छा से लाॅकडाउन किए जाने की बात करते रहे। व्यापारियाें ने कहा कि काेराेना से लड़ाई में हम सब साथ है, एक दिन के जनता कर्फ्यू से वायरस की चेन पूरी तरह नहीं टूटेंगी, इसके लिए 100 घंटे से अधिक समय तक लाॅकडाउन करना चाहिए, इसलिए अाज दुकानें नहीं खाेली। सराफा बाजार व इलेक्ट्राॅनिक्स व्यवसायियाें ने काराेबार बंद रखा। कई रेडीमेड वस्त्र विक्रेताओं ने भी स्वेच्छा से दुकानें बंद रखी।


आदेश 26 मार्च तक प्रभावशील रहेगा


कलेक्टर तन्वी सुन्द्रियाल के अनुसार संक्रमण को रोकने के लिए धारा 144 के तहत जिले में प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए गए हैं। यह आदेश 26 मार्च तक प्रभावशील रहेगा। आदेश के अनुसार पांच या इससे अधिक लोग एक स्थान पर एकत्र नहीं हो सकेंगे। साथ ही जिले के नागरिक खुले में आवागमन नहीं कर सकेंगे। व्यापारियों के मुताबिक जिले में सभी तरह की सब्जियों की पैदावार पिछले साल के मुकाबले इस बार अच्छी हुई है। रविवार को जनता कर्फ्यू और दूसरे दिन अफवाह के कारण किसान मंडी तक नहीं पहुंचे। इसलिए दाम बढ़ गए।


यह होता है लॉकडाउन
लॉकडाउन यानी तालाबंदी। जिस तरह से किसी संस्थान को बंद किया जाता है और वहां पर तालाबंदी हो जाती है, उसी तरह लॉकडाउन का मतलब यह है कि आप अनावश्यक सड़कों पर ना निकलें। किसी भी तरह की परेशानी हो तो अपने नजदीकी पुलिस थाना, कलेक्टर, एसपी व इमरजेंसी फोन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं। लॉकडाउन आपदा या एपिडेमिक स्थिति के समय सरकारी तौर पर लागू की जाती है। यह एक आपदा व्यवस्था है। लॉकडाउन में उस क्षेत्र के लोगों को घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं होती। उन्हें सिर्फ इलाज, दवा और सब्जी, अनाज जैसे जरूरी सामान की खरीदी के लिए बाजार आने की अनुमति दी जाती है। इस दौरान एटीएम व बैंक से पैसे निकालने भी जा सकते हैं। शहर के इतिहास में पहली बार लॉकडाउन हुआ है।


 यह जीवन का विषय है इसलिए कई व्यापारियाें ने दुकानें बंद रखी। सबकी साेच यही है जीवन रहेगा ताे व्यापार हाेते रहेगा। हालांकि काेराेना वायरस के कारण व्यापार आम दिनाें से बहुत पीछे चला गया है।